NSDL IPO को तीसरे दिन जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली, कुल 41 गुना सब्सक्राइब हुआ। ग्रे मार्केट प्रीमियम ₹135 के करीब रहा, जिससे लिस्टिंग पर 17% मुनाफे की उम्मीद है। अलॉटमेंट 4 अगस्त को और लिस्टिंग 6 अगस्त को होगी। निवेशकों को लंबी अवधि के लिए फायदेमंद माना जा रहा है।
नमस्कार दर्शकों,
आज हम बात कर रहे हैं NSDL यानी नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड के बहुप्रतीक्षित IPO के बारे में, जिसने तीसरे दिन निवेशकों के बीच जबरदस्त उत्साह पैदा किया। यह IPO 30 जुलाई से 1 अगस्त तक खुला था और इसके आखिरी दिन तक इसे शानदार रिस्पॉन्स मिला।
तीसरे दिन यानी 1 अगस्त 2025 को NSDL IPO को कुल 41.02 गुना सब्सक्राइब किया गया। इससे साफ है कि निवेशकों का भरोसा इस कंपनी पर काफी मजबूत है। अलग-अलग श्रेणियों की बात करें तो QIB यानी क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स की कैटेगरी में यह IPO 103.97 गुना सब्सक्राइब हुआ, जबकि HNI यानी हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स की कैटेगरी में यह 34.98 गुना और रिटेल निवेशकों के बीच 7.73 गुना भरा गया।
अब बात करें GMP यानी ग्रे मार्केट प्रीमियम की। इस IPO का GMP तीसरे दिन लगभग ₹134 से ₹136 के बीच बना रहा, जो इसके प्राइस बैंड ₹760 से ₹800 के मुकाबले करीब 16% से 17% प्रीमियम दर्शाता है। यानी अगर बाजार की स्थितियां अनुकूल रहीं, तो यह शेयर ₹930 से ₹936 तक की कीमत पर लिस्ट हो सकता है।
अब बात करते हैं आगे की प्रक्रिया की। NSDL IPO का शेयर अलॉटमेंट 4 अगस्त 2025 को किया जाएगा। निवेशक इस दिन अपना अलॉटमेंट स्टेटस BSE या रजिस्ट्रार की वेबसाइट के माध्यम से PAN नंबर या एप्लिकेशन ID डालकर चेक कर सकते हैं। अगर आपको शेयर अलॉट नहीं हुए तो आपका पैसा 5 अगस्त तक रिफंड हो जाएगा। वहीं, जिन निवेशकों को शेयर मिले हैं, उनके डिमैट अकाउंट में भी उसी दिन क्रेडिट हो जाएगा।
लिस्टिंग की बात करें तो NSDL के शेयर 6 अगस्त 2025 को BSE और NSE पर लिस्ट होंगे। बाजार विश्लेषकों का मानना है कि इस IPO में लंबी अवधि के लिए निवेश करना फायदे का सौदा हो सकता है। NSDL भारत की सबसे पहली और सबसे बड़ी डिपॉजिटरी है, जिसकी बाजार में लगभग 86% हिस्सेदारी है। इसके क्लाइंट्स में लगभग सभी प्रमुख ब्रोकर्स, डीपी, बैंक और वित्तीय संस्थान शामिल हैं।
ध्यान देने वाली बात ये भी है कि यह पूरा IPO एक Offer for Sale (OFS) था, जिसका मतलब है कि कंपनी ने इस इश्यू से कोई नया कैपिटल नहीं जुटाया, बल्कि मौजूदा निवेशकों ने अपने हिस्से के शेयर बेच दिए। कुल इश्यू साइज करीब ₹4,011 करोड़ का रहा।
एनालिस्ट्स इस IPO को लेकर सकारात्मक हैं। उनका मानना है कि NSDL की मौजूदा वित्तीय स्थिति, रेगुलेटरी बैकिंग और डिजिटल इंडिया में इसकी भूमिका इसे भविष्य में और मजबूत बनाएगी। इसकी तुलना अक्सर CDSL से की जाती है, लेकिन NSDL का बाजार में दायरा कहीं ज्यादा बड़ा और पुराना है।
तो अगर आपने इस IPO में आवेदन किया था, तो 4 अगस्त को अलॉटमेंट चेक करना न भूलें। और अगर शेयर मिलते हैं, तो 6 अगस्त को लिस्टिंग के समय बाज़ार पर नज़र रखें।
अगर आप लॉन्ग टर्म निवेशक हैं तो यह स्टॉक आपके पोर्टफोलियो में एक स्थिरता और ग्रोथ दोनों ला सकता है।
धन्यवाद!
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