BlueStone Jewellery IPO Day 1: QIBs Lead with 57%, Retail Steady at 38%, Overall Subscription at 39%
ब्लूस्टोन ज्वेलरी एंड लाइफस्टाइल लिमिटेड का आईपीओ 11 अगस्त 2025 को खुला और पहले ही दिन इसे निवेशकों से अच्छा
रिस्पॉन्स मिला। पहले दिन के अंत तक यह इश्यू लगभग 39% सब्सक्राइब हुआ। यह सब्सक्रिप्शन आंकड़ा इस बात का संकेत है कि निवेशकों में कंपनी के प्रति भरोसा और उत्सुकता है।
BlueStone Jewellery IPO
अगर हम कैटेगरी के हिसाब से देखें, तो Qualified Institutional Buyers (QIBs) की हिस्सेदारी सबसे ज़्यादा रही। QIBs ने इस आईपीओ को 57% तक सब्सक्राइब किया। इसके बाद Retail Individual Investors (RIIs) का नंबर आता है, जिन्होंने 38% तक हिस्सा लिया। वहीं, Non-institutional Investors ने केवल 4% सब्सक्रिप्शन किया। यह आंकड़े दिखाते हैं कि संस्थागत निवेशकों का भरोसा इस कंपनी पर मज़बूत है, जबकि खुदरा निवेशकों का रुझान भी स्थिर रहा।
इस आईपीओ का कुल साइज ₹1,540.65 करोड़ है, जिसमें ₹820 करोड़ का फ्रेश इश्यू और ₹720.65 करोड़ का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल है। प्राइस बैंड ₹492 से ₹517 प्रति शेयर तय किया गया है। इससे पहले, कंपनी ने एंकर निवेशकों से ₹693 करोड़ से ज़्यादा की पूंजी जुटाई थी, जो इस इश्यू के प्रति शुरुआती विश्वास को दर्शाता है।
ब्लूस्टोन ज्वेलरी की स्थापना वर्ष 2011 में हुई थी और यह कंपनी भारत में ज्वेलरी के क्षेत्र में एक प्रमुख नाम बन चुकी है। मार्च 2025 तक, कंपनी के पास 26 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 117 शहरों में 275 स्टोर मौजूद हैं। इसके अलावा, कंपनी के पास मुंबई, जयपुर और सूरत में तीन प्रमुख मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं, जो इसकी प्रोडक्शन क्षमता को मज़बूत बनाते हैं।
इस आईपीओ के बुक-रनिंग लीड मैनेजर्स में Axis Capital, IIFL Capital Services और Kotak Mahindra Capital Company शामिल हैं। ये बड़े इन्वेस्टमेंट बैंक इस ऑफर को सफल बनाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
पहले दिन के प्रदर्शन से यह स्पष्ट है कि QIBs का भरोसा इस इश्यू पर सबसे ज़्यादा है। संस्थागत निवेशक अक्सर विस्तृत रिसर्च और लंबी अवधि के दृष्टिकोण के साथ निवेश करते हैं, इसलिए उनका रुझान किसी भी आईपीओ के लिए एक अच्छा संकेत माना जाता है। खुदरा निवेशकों का 38% सब्सक्रिप्शन भी काफ़ी अच्छा है, क्योंकि यह स्थिर रुचि को दर्शाता है, भले ही पहले दिन उत्साह बहुत ज़्यादा न रहा हो।
13 अगस्त 2025 को इस आईपीओ की बोली बंद होगी, और उसके बाद अलॉटमेंट और लिस्टिंग के चरण आएंगे। निवेशक अब यह देखेंगे कि अंतिम दिनों में सब्सक्रिप्शन का स्तर कितना बढ़ता है। आमतौर पर, आईपीओ के आखिरी दिन निवेशकों की भागीदारी बढ़ जाती है, खासकर QIBs और HNIs (High Net-worth Individuals) के बीच।
कुल मिलाकर, ब्लूस्टोन ज्वेलरी का आईपीओ भारतीय ज्वेलरी मार्केट में एक मज़बूत खिलाड़ी के रूप में कंपनी की स्थिति को और मजबूत कर सकता है। कंपनी का ब्रांड वैल्यू, विस्तृत रिटेल नेटवर्क, और मैन्युफैक्चरिंग क्षमता इसे एक संभावित आकर्षक निवेश अवसर बनाते हैं। अगर आने वाले दिनों में सब्सक्रिप्शन की गति बनी रही, तो यह इश्यू ओवरसब्सक्राइब भी हो सकता है।